2025 में AI पढ़ाई: ओडिशा की स्कूली शिक्षा में नया मोड़
भारत में AI शिक्षा का भविष्य अब सिर्फ निजी स्कूलों या कोचिंग संस्थानों तक सीमित नहीं रहा। ओडिशा सरकार ने 2025 में एक बड़ा कदम उठाते हुए स्कूली शिक्षा के स्तर पर Artificial Intelligence को लागू करने की घोषणा की है। यह पहल न केवल तकनीकी शिक्षा को सुलभ बनाएगी बल्कि ग्रामीण छात्रों को भी डिजिटल क्रांति में शामिल करेगी।
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ओडिशा की AI शिक्षा नीति 2025 |
🎯 क्या है ओडिशा की AI नीति?
ओडिशा सरकार ने एक 10 वर्षीय नीति योजना (2025–2036) लागू की है जिसमें सरकारी स्कूलों में AI-संबंधित विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों को AI Ethics, Coding, Data Science और Machine Learning की बुनियादी समझ देना है।
📘 "2030 तक हर सरकारी स्कूल में कम से कम एक AI सक्षम स्मार्ट क्लासरूम तैयार किया जाएगा।" – ओडिशा सरकार की आधिकारिक घोषणा
📌 छात्रों के लिए क्या बदलेगा?
- AI पाठ्यक्रम कक्षा 6 से प्रारंभ होगा।
- हैंड्स-ऑन प्रोजेक्ट्स और प्रैक्टिकल लर्निंग पर ज़ोर होगा।
- ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में डिजिटल लैब्स की स्थापना होगी।
- सभी शिक्षकों को AI Teaching Skills में प्रशिक्षित किया जाएगा।
💡 National Education Policy (NEP 2020) के साथ तालमेल
यह कदम NEP 2020 की उस सोच के अनुरूप है जिसमें छात्रों को 21वीं सदी के कौशल जैसे कि critical thinking, computational skills और tech literacy सिखाने की बात की गई है।
🌐 डिजिटल डिवाइड को कम करने की पहल
AI शिक्षा की यह योजना विशेष रूप से कमज़ोर आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों को सशक्त बनाने का प्रयास है। टैबलेट, इंटरनेट कनेक्टिविटी, और ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म जैसे उपायों के ज़रिए डिजिटल अंतर को कम करने की दिशा में कार्य हो रहा है।
🚀 भविष्य की झलक
यह पहल केवल ओडिशा तक सीमित नहीं रहेगी। अगर सफल रही तो यह दूसरे राज्यों के लिए मॉडल बन सकती है। भारत को AI सुपरपावर बनाने की दिशा में यह शिक्षा नीति एक ठोस आधार तैयार कर रही है।
🔍 निष्कर्ष
2025 में ओडिशा की AI शिक्षा नीति भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक क्रांतिकारी परिवर्तन का संकेत देती है। यह नीति न केवल भविष्य की ज़रूरतों को ध्यान में रखती है, बल्कि वर्तमान छात्रों को सशक्त, सृजनात्मक और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
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