सिन्धु घाटी
सभ्यता (Indus Valley Civilization) के प्रमुख स्थलों के बारे
में विस्तार से आप पिछली पोस्ट में पढ़ चुके है। इस पोस्ट में सिन्धु घाटी
सभ्यता (Indus Valley Civilization) के प्रमुख स्थलों हड़प्पा, मोहन-जो-दड़ो (मृतको का टीला), कालीबंगा, धोलावीरा,
चान्हुदड़ो, लोथल, सूर कोटड़ा, बनवाली (बनावली), सुत्कांगेडोर, कोटदीजी, दैमाबाद, भिरड़ाना,
बालाकोट, रोजदी, मांडा, आलमगीरपुर, रंगपुर, राखी गढ़ी, अलीमुराद, सोत्काकोह, देसलपुर,
संघोल, मीताथल, कुंतासी, रोपड़, अलाहदिनों तथा कुणाल आदि को सारणी
(Table) के रूप में दर्शाया गया है, जिससे आपको पढ़नें में
सुविधा होगी।
हड़प्पा
स्थान |
मोण्टगोमरी जिला, पंजाब प्रान्त, पाकिस्तान (वर्तमान नाम शाहीवाल) |
नदी |
रावी नदी, बायाँ तट |
खोजकर्ता |
रायबहादुर दयाराम साहनी-1921 |
उत्खनन कर्ता |
माधोस्वरूप-1926, मार्टिन विलर-1946 |
मुख्य |
6-6 के दो धान्य कोठार, दुर्ग टीला व नगर टीला, कब्रिस्तान R-37, कब्रिस्तान-H |
मोहन-जो-दड़ो (मृतको का टीला)
स्थान |
सिन्ध का लरकाना जिला, पाकिस्तान |
नदी |
सिन्धु नदी, दायाँ तट |
खोजकर्ता |
राखालदास बनर्जी-1922 ई. |
आगे बढ़ाया |
काशानाथ नारायण |
मुख्य |
सार्वजनिक स्नानागार (ग्रेट बाथ), सूती वस्त्र, पशुपतिनाथ (अध्यात्म शिव), कांसे की नृत्यरत नारी की मूर्ति, मंगोलियन पुजारी का सिर, हाथी का कपाल खंड, गले हुए तांबे के ढेर |
कालीबंगा
स्थान |
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में |
नदी |
प्राचीन सरस्वती नदी (घग्गर नदी), बायाँ तट |
खोजकर्ता |
अमलानंद घोष-1951 (माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अनुसार) |
उत्खनन कर्ता |
बी. बी. लाल व बी.के. थाप्पर (1961 से 1963) |
मुख्य |
खोपड़ी की शल्य चिकित्सा, अलंकृत ईंटें व फर्स, विश्व के प्रथम भूकंप के साक्ष्य |
धोलावीरा
स्थान |
गुजरात के कच्छ जिले के मचाऊ तालुका में |
नदी |
मानसर एवं मानहर नदियों के मध्य |
खोजकर्ता |
जगपति जोशी-1967-1968 |
उत्खनन कर्ता |
रवीन्द्रसिंह बिस्ट-1990-91 |
मुख्य |
विश्व के प्रथम सूचना पट्ट व स्टेडियम के साक्ष्य, 16 विभिन्न आकार-प्रकार के जलाशय, बांध या नहर के साक्ष्य |
चान्हुदड़ो
स्थान |
मोहन-जो-दड़ो से 80 मील दूर दक्षिण में |
खोजकर्ता |
एन. जी. मजुमदार-1931 |
उत्खनन कर्ता |
अर्नेस्ट मैके-1935 |
मुख्य |
मनके बनाने के कारखाने, लिपिस्टक के साक्ष्य, स्याहीदान, झुंकर (ग्रामीण) व झांगर (नगरीय) संस्कृति |
लोथल
स्थान |
गुजरात में कैम्बे की खाड़ी के समीप |
नदी |
भोगवा नदी |
खोजकर्ता |
श्री रंगनाथ राव-1956 |
मुख्य |
बन्दरगाह या गोदीबाड़ा, चावल व बाजरे के प्रथम साक्ष्य, चक्की के दो पाट, बाट माप तोल पैमाना, तीन युगल समाधियाँ |
सूर कोटड़ा
स्थान |
गुजरात में (अहमदाबाद से लगभग 270 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम कच्छ के रण में) |
खोजकर्ता |
जगपति जोशी-1960 |
मुख्य |
तराजू के दो पलड़े, कलश शवाधान, शव-विसर्जन परम्परा |
 |
सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल एक ही सारणी में |
बनवाली (बनावली)
स्थान |
हरियाणा |
नदी |
प्राचीन सरस्वती नदी |
खोजकर्ता |
रविंदर सिंह विष्ट-1973 |
मुख्य |
तांबे के बाणाग्र, मात्तृ देवी की मृण्मूर्तियां, नाली व्यवस्था का अभाव |
सुत्कांगेडोर
स्थान |
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत |
नदी |
दाश्क नदी, मकरान तट |
खोजकर्ता |
मेजर एडवर्ड मॉकलर-1875 |
उत्खनन कर्ता |
ऑरेल स्टीन-1927 |
मुख्य |
मनुष्य की अस्थि, राख से भरा बर्तन, ताँबे की कुल्हाड़ी और मिट्टी से बनी चूड़ियाँ |
कोटदीजी
स्थान |
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में |
नदी |
सिंधु नदी, पूर्वी तट |
उत्खनन कर्ता |
एफ.ए. खान-1955-1957 |
मुख्य |
उच्च भूमि और बाहरी क्षेत्र पर दो भागों का गढ़ क्षेत्र |
दैमाबाद
स्थान |
महाराष्ट्र राज्य के अहमदनगर ज़िले में |
नदी |
गोदावरी नदी की सहायक प्रवरा नदी के तट पर |
खोजकर्ता |
बी॰ पी॰ बोपर्दिकर |
उत्खनन कर्ता |
एम॰ एन॰ देशपांडे-1958 |
मुख्य |
कांस्य के सामानों के लिये प्रसिद्ध |
भिरड़ाना
स्थान |
हरियाणा के फतेहाबाद जिले में |
उत्खनन कर्ता |
भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग-2003-04 |
मुख्य |
कांस्य की नर्तकी |
बालाकोट
स्थान |
पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले में |
नदी |
कुनहार नदी (नैनसुख नदी) |
खोजकर्ता |
डेल्स-1979 |
मुख्य |
ढाई हजार ईसा पूर्व की निर्मित एक भट्ठी |
रोजदी
स्थान |
गुजरात के राजकोट जिले में |
उत्खनन कर्ता |
गुजरात पुरातत्व विभाग और अमेरिका की पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय द्वारा-1982 से 1995 |
मुख्य |
कच्ची ईंट के चबूतरें, नालियों सहित बिल्लौर, गोमेद पत्थर से बने बाट व पक्की मिट्टी के मनके |
मांडा
स्थान |
जम्मू और कश्मीर |
नदी |
चिनाब नदी के दाहिने किनारे पर |
उत्खनन कर्ता |
जे.पी. जोशी-1976-77 |
मुख्य |
सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे उत्तरी स्थल |
आलमगीरपुर
स्थान |
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में |
नदी |
हिण्डन नदी |
उत्खनन कर्ता |
यज्ञदत्त शर्मा-1958 |
मुख्य |
यह सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल है, इस स्थल को परसाराम-खीरा भी कहा जाता था |
रंगपुर
स्थान |
गुजरात के काठियावाड़ जिले में |
नदी |
मादर नदी |
उत्खनन कर्ता |
रंगनाथ राव-1953-54 |
मुख्य |
धान की भूसी का साक्ष्य |
राखी गढ़ी
स्थान |
हरियाणा |
खोजकर्ता |
रफीक मुगल |
उत्खनन कर्ता |
अमरेंद्रनाथ-1997-98 |
मुख्य |
मात्तृ देवी अंकित एक लघु मुद्रा |
अलीमुराद
स्थान |
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में |
मुख्य |
लघु मृण्मूर्ति बैल की लघु मृण्मूर्ति, कांसे की कुल्हाड़ी |
सोत्काकोह
स्थान |
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में |
नदी |
मकरान नदी के तट पर |
खोजकर्ता |
जॉर्ज एफ. डेल्स द्वारा-1960 |
देसलपुर
स्थान |
गुजरात के भुज ज़िले में |
खोजकर्ता |
पी.पी. पाण्ड्या, एक. के. ढाके |
उत्खनन कर्ता |
के. वी. सुन्दराजन-1964 |
मुख्य |
छज्जे वाले कमरे |
संघोल
स्थान |
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले में |
मुख्य |
ताम्बे की छेनियाँ और वृत्ताकार अग्नि कुंड |
मीताथल
स्थान |
हरियाणा के भिवानी जिले में |
उत्खनन कर्ता |
सूरजभान-1968 |
मुख्य |
ताम्बे की कुल्हाड़ी और चांदी के आभूषण |
कुंतासी
स्थान |
गुजरात के मोरबी जिले में |
नदी |
फुल्की नदी |
मुख्य |
चित्रित मृदभांड |
रोपड़
स्थान |
पंजाब |
नदी |
सतलज नदी |
खोजकर्ता |
यज्ञदत्त शर्मा-1953 |
उत्खनन कर्ता |
यज्ञदत्त शर्मा-1956 |
मुख्य |
मानव के साथ कुत्ते के शवाधान के साक्ष्य |
अलाहदिनों
स्थान |
सिंधु नदी और अरब सागर के संगम से 16 कि.मी. उत्तर पूर्व में |
नदी |
सिंधु नदी |
उत्खनन कर्ता |
फेयर सर्विस |
कुणाल
स्थान |
हरियाणा |
मुख्य |
चाँदी के दो मुकुट |
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